shighrapatan kya hai, shighrapatan ka ilaj, shighrapatan kyu hota hai?
जाने शीघ्रपतन के बारे में
शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) वह स्थिति है,
जब पुरुष संभोग के दौरान अपनी इच्छा से पहले ही वीर्यपात कर देता है।
इसे जल्द स्खलन, शीघ्र वीर्यपात या अर्ली क्लाइमेक्स भी कहा जाता है।
यदि यह समस्या कभी-कभी हो, तो चिंता की बात नहीं है।
लेकिन यदि यह बार-बार हो और सेक्स लाइफ को प्रभावित करने लगे,
तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
आप यह हिंदी लेख Kaahan Ayurveda.com पर पढ़ रहे हैं..
आंकड़े बताते हैं कि करीब 30% पुरुष शीघ्रपतन की समस्या से जूझ रहे हैं।
हालांकि, हर व्यक्ति में इसके कारण अलग-अलग हो सकते हैं,
जैसे मानसिक तनाव, स्वास्थ्य संबंधी परेशानी या खराब जीवनशैली।
शीघ्रपतन के मुख्य कारण
SHIGHRAPATAN KE KARAN – KAAHAN AYURVEDA1. मानसिक कारण
- तनाव (Stress): ज्यादा मानसिक दबाव से शरीर में हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, जिससे शीघ्रपतन की समस्या हो सकती है।
- डिप्रेशन: उदासी या मानसिक अवसाद पुरुषों के यौन प्रदर्शन को प्रभावित करता है।
- घबराहट (Anxiety): प्रदर्शन को लेकर घबराहट भी वीर्यपात जल्दी करा देती है।
- अपराधबोध (Guilt): पहले की गलतियों का बोझ या अपराधबोध यौन आत्मविश्वास को कम कर सकता है।
- आत्मविश्वास की कमी: सेक्स के दौरान आत्मविश्वास की कमी भी शीघ्रपतन का कारण बन सकती है।
2. शारीरिक कारण
- हार्मोनल असंतुलन: मस्तिष्क में सेरोटोनिन की कमी शीघ्रपतन का एक बड़ा कारण हो सकता है।
- मधुमेह (Diabetes): शुगर लेवल में गड़बड़ी से यौन क्षमता प्रभावित होती है, जिससे शीघ्रपतन हो सकता है।
- प्रोस्टेट संक्रमण: प्रोस्टेट या मूत्रमार्ग में संक्रमण से पेल्विक एरिया में संवेदनशीलता बढ़ जाती है, जिससे जल्दी स्खलन हो सकता है।
- कमजोर पेल्विक मसल्स: पेल्विक मसल्स कमजोर होने से स्खलन पर कंट्रोल नहीं रह पाता।
3. खराब जीवनशैली के कारण
- धूम्रपान और शराब: ये यौन क्षमता को कमजोर कर देते हैं, जिससे शीघ्रपतन हो सकता है।
- ज्यादा हस्तमैथुन: बार-बार हस्तमैथुन करने से संवेदनशीलता बढ़ जाती है, जिससे संभोग के दौरान जल्दी स्खलन हो सकता है।
- अस्वस्थ खानपान: पोषक तत्वों की कमी से यौन स्वास्थ्य प्रभावित होता है।
शीघ्रपतन को रोकने के उपाय | Shighrapatan Rokne Ke Upay
आयुर्वेदिक उपचार
JoshTik Ayurvedic Medicine For Increase Men Sexual Powerआयुर्वेद में शीघ्रपतन के लिए कई प्रभावी जड़ी-बूटियां मौजूद हैं,
जो यौन शक्ति को बढ़ाने में मदद करती हैं:
- अश्वगंधा: तनाव कम करता है और यौन क्षमता बढ़ाता है।
- शिलाजीत: पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन बढ़ाकर स्टैमिना में सुधार करता है।
- कौंच बीज: वीर्य को गाढ़ा करने और सेक्स टाइम बढ़ाने में मदद करता है।
- सफेद मुसली: पुरुषों में स्टैमिना और यौन शक्ति बढ़ाती है।
- काहन आयुर्वेदा का “जोशटिक” (JOSHTIK):
- यह आयुर्वेदिक दवा शीघ्रपतन की समस्या को दूर करने में प्रभावी है।
- यह पुरुषों में वीर्यपात पर नियंत्रण और यौन स्टैमिना बढ़ाने में मदद करती है।
एक्सरसाइज और योगा
पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज (Kegel Exercise): यह पेल्विक मांसपेशियों को मजबूत बनाकर स्खलन पर नियंत्रण करती है।
योगासन:
- सर्वांगासन: यह पूरे शरीर को पुनर्जीवित करता है और यौन क्षमता बढ़ाता है।
- कंधरासन: यौन इच्छा को बढ़ाता है और वीर्य को नियंत्रित करने में मदद करता है।
- उत्तानपादासन: पाचन को मजबूत करता है और शीघ्रपतन को रोकने में सहायक है।
आहार में बदलाव
जिंक और मैग्नीशियम युक्त भोजन: ये खनिज पुरुषों की यौन क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं।
- हरी पत्तेदार सब्जियां, नट्स, बीज और फल खाएं।
- सैल्मन मछली या अखरोट जैसी ओमेगा-3 युक्त चीजें खाएं।
शराब और धूम्रपान छोड़ें: ये यौन क्षमता को कमजोर करते हैं।
सेक्स तकनीक अपनाएं
- स्टॉप-एंड-स्टार्ट टेक्नीक: स्खलन के करीब पहुंचने पर सेक्स रोक दें और थोड़ी देर बाद दोबारा शुरू करें।
- स्क्वीज़ तकनीक: जब स्खलन का अहसास हो, तो लिंग के सिरे को हल्के से दबाएं। इससे स्खलन में देरी हो सकती है।
- मास्टर्बेशन से पहले सेक्स: सेक्स से पहले हस्तमैथुन करने से संवेदनशीलता कम होती है, जिससे सेक्स टाइम बढ़ता है।
शीघ्रपतन : आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खे
- लहसुन का सेवन: रोजाना 2-3 लहसुन की कलियां खाने से यौन क्षमता में वृद्धि होती है।
- अदरक और शहद: अदरक का रस निकालकर उसमें शहद मिलाकर रात को सेवन करें।
- दूध और शिलाजीत: गुनगुने दूध में शिलाजीत मिलाकर पीने से शीघ्रपतन में राहत मिलती है।
- गाय का घी: रोजाना दूध में घी मिलाकर पीने से यौन शक्ति में सुधार होता है।
यह भी पढ़ें – पुरुषों में रोजाना हस्तमैथुन के साइड इफेक्ट्स
निष्कर्ष
शीघ्रपतन एक सामान्य समस्या है, जिसे जीवनशैली में बदलाव और
आयुर्वेदिक उपचार से दूर किया जा सकता है।
- स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।
- तनाव कम करें और नियमित योग व व्यायाम करें।
- आयुर्वेदिक दवाएं जैसे ‘शुक्र किंग’ का सेवन करें।
- पार्टनर से खुलकर बात करें और परामर्श लें।