10:00a.m. - 6:00p.m. | Mon- Sat
support@kaahanayurveda.com
+91 9999 88 6112

+91 9999 88 6112

support@kaahanayurveda.com

Shop No.1, Niwas Residency, Bindal Enclave, Kasna, Greater Noida, GB Nagar (UP)-201310

डायबिटीज में क्या नहीं खाना चाहिए? | Diabetes me kya nahi khana chahiye? | Kaahan ayurveda

डायबिटीज का प्रकोप आज लोगों के स्वास्थ्य में इतना है कि उनका जीवन परेशानियों से जूझ रहा है।

आज शायद ही कोई घर ऐसा हो, जिसमें कोई एक व्यक्ति डायबिटीज से पीड़ित न हो।

दोस्तों अगर डायबिटीज रोग एक बार किसी का दामन कपड़ ले, तो फिर उम्र भर पीछा नहीं छोड़ता।

यह रोग रोगी को आंतरिक रूप से खोखला करता रहता है।

रोगी अपनी लाइफ स्टाइल को खुलकर नहीं जी पाता,

सबकुछ डायबिटीज को नियंत्रण रखने के हिसाब से चलना पड़ता है।

आप यह हिंदी लेख KaahanAyurveda.com पर पढ़ रहे हैं..

रोग कोई भी हो, उसकी मुख्य जड़ हमारे पाचन तंत्र और खानपान से संबंधित होती है।

अगर हम अपने खानपान पर खास ध्यान दें और इसके साथ परहेज भी करें,

तो कुछ आसान घरेलू उपायों से काफी हद तक डायबिटीज पर कंट्रोल पाया जा सकता है।

डायबिटीज कंट्रोल रहने पर रोगी अपने जीवन को नॉर्मल तरीके से जी सकते हैं।

मधुमेह (डायबिटीज) रोग होने पर रोगी के ब्लड में शुगर का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है,

जिस कारण बॉडी में इंसुलिन का बनना कम हो जाता है।

काफी बार तो यह भी देखा गया है कि शुगर से ग्रस्त व्यक्ति की बॉडी

पूरी तरीके से इंसुलिन का यूज़ ही नहीं कर पाती है।

डायबिटीज में कौन-कौन सी चीज नहीं खानी चाहिए?

जो लोग डायबिटीज रोग से पीड़ित होते हैं।

उन्हें अपनी जीवन शैली में बदलाव करने के साथ।

अपनी डाइट व खाने-पीने की चीजों में भी परहेज करना पड़ता है।

इसलिए डायबिटीज में कौन-कौन सी चीजें नहीं खानी चाहिए।

इसे समझना बहुत महत्वूर्ण है।

डायबिटीज में आहार का चयन केवल ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने के लिए नहीं,

बल्कि व्यक्ति के सामाजिक, मानसिक, और शारीरिक स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए भी होना चाहिए।

यहां कुछ चीजें हैं जो डायबिटिक पेशेंट्स को खाने से बचना चाहिए।

किन चीजों से परहेज करें डायबिटीज पेशेंट्स?

तेल और मसालेदार खाना

डायबिटिक्स को अधिक तेलीय और मसालेदार खाने से बचना चाहिए। इसमें तला हुआ खाना, मक्खन, घी और अन्य तेलीय खाद्य पदार्थ शामिल हैं।

शक्कर और मिठाई

डायबिटिक्स को शक्कर, चीनी, मिठाई, केक, पेस्ट्री, चॉकलेट आदि जैसी चीजों के सेवन से बचना चाहिए।

कार्बोहाइड्रेट्स

अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट्स का सेवन करना डायबिटिक्स के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए, चावल, आलू, सूजी, और ब्रेड जैसी चीजों का सेवन कम करना चाहिए।

स्वीट्स और नमकीन

डायबिटिक्स को अधिक प्रकार की मिठाई और नमकीन से बचना चाहिए, जैसे कि चिप्स, नमकीन स्नैक्स और बिस्किट्स।

प्रोसेस्ड फ़ूड्स

अगर आप शुगर के रोगी हैं, तो बता दें कि। आपको प्रोसेस्ड फ़ूड्स में अधिक तेल, चीनी और नमक होता है, इसलिए आपको इन्हें खाने से बचना चाहिए।

इसके अलावा, डायबिटिक्स को निम्नलिखित खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचना चाहिए..

अधिक शक्करीय ड्रिंक्स

कोला, सोडा, और अन्य कार्बोनेटेड ड्रिंक्स में अधिक मात्रा में शक्कर होती है, इसलिए डायबिटिक्स को इन्हें सेवन से बचना चाहिए।

अधिक स्वीट्स फल

डायबिटिक्स को अधिक मात्रा में मीठे फलों जैसे कि मैंगो, सपोटा, चीकू, और अन्य फलों का सेवन से बचना चाहिए।

अधिक फास्ट फ़ूड्स

फास्ट फ़ूड्स में अधिक मात्रा में तेल और अन्य नुकसानदायक तत्व होते हैं, इसलिए डायबिटिक्स को इन्हें सेवन से बचना चाहिए।

अधिक चटपटी और मसालेदार खाने

डायबिटिक्स को अधिक मात्रा में चटपटी और मसालेदार खाने से बचना चाहिए, जैसे कि चटनी, अचार, और अन्य मसालेदार चीजें।

इस तरह, डायबिटिक पेशेंट्स को अपने आहार में सुधार करके अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखना चाहिए।

यदि किसी व्यक्ति को डायबिटीज है, तो उन्हें अपने चिकित्सक या

न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह लेना चाहिए, जिससे वे अपने आहार में संतुलितता और व्यवस्था ला सकें।

शुगर को कंट्रोल करने के घरेलू उपाय | Sugar control karne ke gharelu upay

Diabetes Ke Gharelu Upay - Kaahan Ayurveda
Diabetes Ke Gharelu Upay – Kaahan Ayurveda

तुलसी

तुलसी की पत्तियों में बहुत से औषधिय गुण होते हैं, जिनमें से एक है कि इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट पाये जाते हैं। इसी गुण के कारण यह डायबिटीज की रोकथाम में भी बहुत काम आती है। तुलसी में मौजूद कई तत्व ऐसे भी हैं, जो पैंक्रियाटिक बीटा सेल्स को इंसुलिन के लिए एक्टिव रखने में सहायक होते हैं।

इसलिए सुबह-सुबह बिना कुछ खाये-पीये खाली पेट तुलसी की 3-4 पत्तियां आप चबायें। नहीं तो एक काम आप यह भी कर सकते हैं कि तुलसी का रस पीयें। यह आपके रक्त में मौजूद शुगर के लेवल को कम रखता है।

दालचीनी का चूर्ण

दालचीनी का चूर्ण भी करता है शुगर में औषधि का काम। दालचीनी का प्रयोग करने से ब्लड शुगर का स्तर कंट्रोल में रहता है। डायबिटीज का रोगी अगर इसका रोजाना सेवन करे, तो इससे मोटापा भी नियंत्रण में रहता है। इसको लेने की विधि में आप दालचीनी को बारीक पीसकर इसका चूर्ण बना लें और गुनगुने पानी में मिलाकर लें। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि इसे ज्यादा मात्रा में सेवन न करें, नहीं तो परिणाम गलत भी होने की संभावना बनी रहती है।

ग्रीन टी पीयें

आप ग्रीन टी भी ले सकते हैं। इसे आप रोजाना सुबह-शाम पियें। यह ब्लड शुगर में आराम पहुंचाता है। दरअसल इसमें पॉलीफिनॉल की मात्रा बहुत अच्छी होती है, जोकि एक्टिव एंटी ऑक्सीडेंट है।

जामुन के बीजों से इलाज

शुगर का इलाज जामुन के बीजों से करें। इसके लिए जामुन को खाने के बाद इसके बीजों को संभाल कर रखें। इन बीजों को सुखाकर इनका बारीक चूर्ण बना लें। चूर्ण बन जाने के बाद इसे एक साफ शीशी में भरकर कर रख लें। अब इस तैयार चूर्ण की एक चम्मच मात्रा रोजाना गुनगुने पानी के साथ सुबह खाली पेट लें। डायबिटीज को कंट्रोल करने का बेहतरीन नुस्खा है।

यह भी पढ़ें – गर्मियों के दिनों में मोटापा कैसे कम करें?

आखिर में यही कहेंगे कि अपनी लाइफ स्टाइल को चेंज करें

। समय पर सोयें, समय पर जागें, समय-समय पर शुगर चेक करते रहें,

जॉगिंग करें, हल्का-फुल्का व्यायाम करें, हर प्रकार के नशे से दूर रहें, मानसिक तनाव न लें,

आप ऊपर बताये गये इन नुस्खों को इस्तेमाल करें।

ये नुस्खे आपके शुगर को कंट्रांल करने में बहुत काम आ सकते हैं।

Leave a Reply

Start typing and press Enter to search

Shopping Cart

No products in the cart.