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इस हिंदी लेख में हम बालो की सेहत के बारे में बात करेंगे।
आज के समय में असमय सफेद बाल, बालों का टूटना व झड़ना,
गंजापन आदि समस्याओं से लोग परेशान हैं।
इतना ही नहीं कम उम्र के लड़के व लड़कियां भी बालों की समस्याओं से परेशान हैं।
तो आइए हमारे साथ इस हिंदी लेख में अंत तक बने रहें
और जानें कि कैसे आप अपने बालों की सेहत का ध्यान रख सकते हैं।
उन्हें काला, घना व मजबूत बन सकते हैं।
आप यह हिंदी लेख KaahanAyurvedacom पर पढ़ रहे हैं..
आज वर्तमान मे बालों की समस्या एक कॉमन प्रॉब्लम है।
जोकि कई कारणों की वजह से लोगों में हो सकती है।
विशेषकर बालों का टूटना व झड़ना की बात करें तो।
बालों में नमी की कमी। खारे व कठोर जल के सम्पर्क में आना।
मेडिकल कंडिशन्स। डिप्रेशन और जेनेटिक ये सारी वजह हो सकती हैं।
यदि बालों की समस्याओं के कारणों पर सुधार कर लिया जाये।
तो बालों के नुकसान से काफी हद तक छुटकारा पाया जा सकता है।
आइए अब बालों के टूटने के कुछ विशेष कारणों पर चर्चा कर ली जाये..
आजकल कई महिलाएं व युवतियाँ बालों का सीधा व मुलायम रखने के लिए
बालों पर प्रेस यानी आयरन का भी प्रयोग करती हैं।
ज्यादा गर्म चीजों का इस्तेमाल करने से बाल सुखे और कड़क हो सकते हैं।
जिससे बाल टूटने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ सकती है।
हाई ट्रैम्पेचर बालों की जड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
साथ ही बालों की जड़ों को कमजोर बनाकर उन्हें टूटने पर मजबूर कर सकते हैं।
कई बार महिलाएं स्वयं की या फिर अपनी बिटिया की
बहुत ज्यादा कसकर चोटी, जुड़ा या पोनीटेल बनाने लगती हैं।
इससे भी बाल टूटने की संभावना में वृद्धि हो सकती है। एक-आध बार तो फिर भी सही है।
लेकिन हमेशा या बार-बार ऐसा करने से बाल झड़ने लगते हैं।
बालों की जड़ों को नुकसान पहुंच सकता है।
बालों की सुंदरता को बढ़ाने के लिए आजकल बाजार में बहुत सी चीजें उपलब्ध हैं।
जिनका प्रयोग धड़ल्ले से लोग विशेषकर महिलाएं करती हैं।
जैसे कि हेयर डाई, पर्म और रिलैक्सर्स जैसे केमिकयल युक्त चीजों का इस्तेमाल।
इन सारी चीजों से बालों की सेहत पर प्रभाव पड़ सकता है।
बाल टूटने व झड़ने लग सकते हैं।
इसलिए बालों को टूटने से बचाने के लिए इन केमिकल युक्त चीजों का इस्तेमाल करने से बचें।
कोशिश करें कि प्राकृतिक शैप्पू का ही इस्तेमाल बालों पर करें।
नहाने के बाद तुरन्त गीले पर बालों पर कंघी करने से भी बाल टूट सकते हैं।
क्योंकि जब बाल गीले होते हैं, तो वे अपनी लोच और मजबूती में नहीं होते हैं।
इसलिए इसलिए इस स्थिति में बालों पर कंघी चलाने से उनके टूटने की संभावना बढ़ जाती है।
साथ ही जब बाल थोड़े भीगे हुए होते हैं। तो उनके उलझने की संभावना भी बढ़ जाती है।
इसलिए जब बाल गीले हों और आप सावधान ना हों।
तो आपकी लापरवाही से कंघी करते हुए बालों पर जोर पड़ सकता है।
वो बुरी तरह खींच सकते हैं और टूट सकते है।
प्रोटीन, आयरन, विटामिन डी, विटामिन सी या बायोटिन की कमी के कारण बाल कमजोर हो सकते हैं।
जिससे बालों के टूटने का जोखिम बढ़ सकता है।
बैलेंस्ड डाइट लेने और पोषण युक्त आहार लेने से बालों को टूटने से बचाने में सहायता मिल सकती है।
कई बार मनुष्य को ऐसे रोग हो जाते हैं,
जिनका प्रभाव बालों की सेहत पर भी पड़ता है।
जैसे कि थायरॉयड, एनीमिया और ऑटोइम्यून हेल्थ प्रॉब्लम्स।
ये सब रोग बालों के विकास को प्रभावित कर सकते हैं।
जिससे बालों का घनापन रूक सकता है। बाल टूटने व झड़ने लग सकते हैं।
इसलिए भविष्य में बालों को नुकसान से बचाने के लिए
अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति का इलाज जरूरी है।
आज का मनुष्य जीवन की आपाधापी से इतना परेशान है।
कि हमेशा जरा-जरा सी बात पर गहरे तनाव में रहने लगा है।
ज्यादा तनाव लेना शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ।
हेयर हेल्थ पर भी प्रभाव डाल सकता है। जो लोग बहुत ज्यादा तनाव में रहते हैं।
उनके बाल समय से पहले ही सफेद और झड़ना शुरू हो सकते हैं।
कुछ जेनेटिक असमानताओं के कारण बालों के टूटने की संभावना बढ़ सकती है।
जैसे पतले और कमजोर बाल।
बालों की सही देखभाल तकनीक और
पोषण इस तरह के नुकसान को कम करने में सहायता कर सकते हैं।
बालों का टूटना और झड़ना आम समस्या है जिससे लोग परेशान होते हैं।
बालों की यह समस्या अनेक कारणों से हो सकती है,
जैसे कि अनुवांशिक, पर्यावरणीय, आहार, और विभिन्न अन्य कारक।
शायद बालों की सेहत को सुधारने के लिए कुछ सरल और
प्राकृतिक उपाय हों, जिन्हें निम्नलिखित रूप में समझाया गया है।
आहार आपके बालों की सेहत पर सीधा प्रभाव डालता है।
उन्हें पोषण प्रदान करने के लिए प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स
और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है।
सिर की मालिश बालों के झड़ने को कम करने में मदद कर सकती है।
इससे सिर की रक्त संचारित होता है और बालों के पोषण में सुधार होता है।
नियमित रूप से बालों में तेल लगाने से उन्हें मूल रूप से मजबूती मिलती है और टूटने से बचाया जा सकता है।
आमतौर पर आयुर्वेदिक उपाय जैसे अमला, ब्राह्मी, नीम, आलोवेरा,
आदि बालों के स्वास्थ्य को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
नियमित व्यायाम, पर्याप्त आराम, और तनाव की कमी रखना भी बालों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
हार्श शैम्पू और हेयर स्टाइलिंग उत्पादों (products) में उपयोग होने वाले केमिकल से बचें,
क्योंकि यह आपके बालों को कमजोर कर सकते हैं।
अगर बालों का टूटना और झड़ना स्वाभाविक से अधिक हो रहा है, तो डॉक्टर से सलाह लें।
वह आपके लिए सटीक उपाय प्रदान कर सकते हैं।
इन तरीकों को अपनाकर आप अपने बालों को टूटने और झड़ने से बचा सकते हैं
और स्वस्थ बाल प्राप्त कर सकते हैं।
यह सभी उपाय सरल, प्राकृतिक और अभिनव हैं
जो बालों की सेहत को सुधार सकते हैं और उन्हें मजबूत बना सकते हैं।
आप अपने बालों की सेहत को बरकरार रखने के लिए प्राकृतिक तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
क्योंकि नेचुरल उपाय हर तरीके से उपयुक्त रहता है।
बिना किसी दुष्प्रभाव के आपको बेहतर परिणाम देने में सफल हो सकता है।
आप बालों की सेहत और मजबूती के लिए
काहन आयुर्वेदा (Kaahan Ayurveda) का केशटिक तेल (KeshTik Oil) व केशटिक कैप्सूल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
ये दोनों की प्राकृतिक जड़ी-बूटियों से मिलकर तैयार किये गये हैं।
इसलिए इससे आपको बालों की सेहत पर किसी भी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है।
केशटिक हेयर ऑयल के इस्तेमाल से आपके बालों की जड़ों को मजबूती मिलती है।
खोपड़ी में जो रोम व छिद्र होते हैं, वो पोषित होते है, जिससे बालों का विकास होता है।
बाल काले व घने होने में मदद मिलती है।
साथ ही केशटिक कैप्सूल आपके बालों को अंदर से मजबूती प्रदान करने में मदद करता है।
केशटिक् के नियमित सेवन व इस्तेमाल से धीरे-धीरे आपके बाल
काले, घने, चमकदार और स्वस्थ होना शुरू होने लगते हैं।