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स्वप्नदोष यानी नाईटफॉल एक आम समस्या है,
लेकिन जब यह बार-बार होने लगे तो यह शरीर और मन दोनों पर असर डालने लगती है।
अच्छी बात ये है कि इसे दवाइयों के बिना भी ठीक किया जा सकता है,
बस ज़रूरत है सही जानकारी और कुछ नेचुरल उपायों की।
स्वप्नदोष या नाइट फॉल तब होता है जब पुरुष नींद में अनायास वीर्य स्खलन (semen discharge) का अनुभव करता है।
यह कोई बीमारी नहीं, बल्कि शरीर की सफाई की एक नैचुरल प्रक्रिया है।
लेकिन अगर यह हफ्ते में कई बार हो या लंबे समय तक चलता रहे, तो इसे कंट्रोल करना ज़रूरी हो जाता है।
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अगर जड़ को समझोगे, तो इलाज आसान हो जाएगा।
स्वप्नदोष के पीछे कई छोटे-छोटे कारण होते हैं
जो धीरे-धीरे मिलकर बड़ी परेशानी बन जाते हैं।
इन कारणों को कंट्रोल करना ही सबसे पहला और असरदार तरीका है नाईट फॉल से छुटकारा पाने का।
बिलकुल! आयुर्वेद, योग और दिनचर्या में बदलाव की मदद से आप
बिना किसी दवाई के स्वप्नदोष को जड़ से ठीक कर सकते हैं।
बहुत से लोग सोचते हैं कि बिना दवाई के इसका इलाज संभव नहीं, लेकिन ये सच नहीं है।
नीचे कुछ आसान और प्रभावशाली घरेलू उपाय दिए गए हैं,
जो स्वप्नदोष को बिना दवा के कंट्रोल करने में मदद करते हैं:
रोज़ रात को सोने से पहले 10 मिनट ध्यान करने से मस्तिष्क शांत होता है और अवांछित कल्पनाएं कम होती हैं। इससे नाइट फॉल में राहत मिलती है।
रात को सोने से पहले एक गिलास ठंडा दूध पीने से शरीर ठंडा रहता है और नाईट फॉल की संभावना कम हो जाती है।
प्रत्येक सुबह “भस्त्रिका प्राणायाम”, “अनुलोम विलोम”, और “मूल बंध” जैसे योगासन करने से स्वप्नदोष पर कंट्रोल होता है। ये योगासन ना केवल नर्वस सिस्टम को शांत करते हैं, बल्कि वीर्य को कंट्रोल करने में भी मदद करते हैं।
बहुत ज़्यादा ऑयली और तीखा खाना शरीर में गर्मी बढ़ाता है, जिससे नाइट फॉल के चांस बढ़ जाते हैं। ठंडे और हल्के भोजन को दिनचर्या में शामिल करें।
बहुत ज्यादा मोबाइल, टीवी या लैपटॉप देखने से मानसिक उत्तेजना बढ़ती है। ख़ासतौर पर अगर आप रात को सोने से पहले अश्लील कंटेंट देखते हैं तो ये स्वप्नदोष को बढ़ावा देता है।
पेट की सफाई बहुत ज़रूरी है। कब्ज़ की वजह से पेट में गैस और गर्मी बनती है, जिससे नींद में वीर्यस्खलन हो सकता है। त्रिफला चूर्ण या फाइबर रिच डाइट इस समस्या को दूर कर सकती है।
नाईट फॉल आमतौर पर 13 से 30 साल की उम्र तक ज़्यादा देखने को मिलता है, लेकिन यह उम्र के अनुसार घटता-बढ़ता रह सकता है।
किशोर अवस्था में हार्मोनल बदलाव के कारण ये ज़्यादा सामान्य होता है। लेकिन अगर 30 के बाद भी हफ्ते में 2-3 बार हो रहा है, तो यह किसी गहरी समस्या की तरफ इशारा हो सकता है, जैसे कि कमजोर पाचन, मानसिक तनाव या सेक्सुअल ओवरथिंकिंग।
सीधा जवाब है – हां, लेकिन ये हर केस में ज़रूरी नहीं है। अगर बहुत ज़्यादा हस्तमैथुन किया जा रहा है, तो शरीर के वीर्य संग्रह की प्रक्रिया गड़बड़ा सकती है।
हस्तमैथुन से दिमाग में वही उत्तेजना पैदा होती है जो अश्लील चीजें देखने से होती है। ये आदत अगर कंट्रोल में ना रहे, तो सोते वक्त भी वही कल्पनाएं दिमाग में चलती रहती हैं, जिससे स्वप्नदोष होता है।
नाईट फॉल को जड़ से ठीक करने के लिए ज़रूरी है कि आप अपनी रोजमर्रा की आदतों पर ध्यान दें। सिर्फ इलाज नहीं, बल्कि रोकथाम भी ज़रूरी है।
अगर बिना दवाई के उपाय करने के बाद भी हफ्ते में 3 से ज़्यादा बार स्वप्नदोष हो रहा है, तो डॉक्टर से संपर्क ज़रूरी हो जाता है।
खासकर अगर इसके साथ-साथ थकान, नींद की कमी, यौन दुर्बलता या चिंता जैसी समस्याएं भी जुड़ रही हों, तो देरी नहीं करनी चाहिए।
अगर आप अपनी आदतों और सोच पर कंट्रोल कर लें, तो बिना दवाई के भी नाईट फॉल की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। योग, प्राणायाम, सही खानपान और संयमित सोच ही असली समाधान हैं।
अपने शरीर और मन को समझिए, और उन्हें वैसा ही ट्रीट कीजिए जैसा वो डिज़र्व करते हैं।